आज खुल गई मधुशाला हो गया सुन मैं मतवाला। आज खुल गई मधुशाला हो गया सुन मैं मतवाला।
आज़ लगी है भीड़ मधुशाला पर जुटे हैं सारे ज्ञानी मधुशाला पर। आज़ लगी है भीड़ मधुशाला पर जुटे हैं सारे ज्ञानी मधुशाला पर।
वृध्दाश्रम ही छोड़ दो मुझको जो इतनी तुम पर भारी हूं। वृध्दाश्रम ही छोड़ दो मुझको जो इतनी तुम पर भारी हूं।
वो दरिया सूख गया, देकर बादलों को अपना पानी ऐ आँखें तू जरा खुल कर बरस वो दरिया सूख गया, देकर बादलों को अपना पानी ऐ आँखें तू जरा खुल कर बरस
नारी थी पूजनीय जहाँ वहाँ इज्ज़त लुटती है बाला कीशाम ढलते ही लग जाती है होड़ जहाँ देखो प्याला की नारी थी पूजनीय जहाँ वहाँ इज्ज़त लुटती है बाला कीशाम ढलते ही लग जाती है होड़ जहाँ द...
ये कितना गहरा है समंदर, मुझे खबर नहीं। ये कितना गहरा है समंदर, मुझे खबर नहीं।